- भाषाई-कौशल गंभीर सीख अनुभवयुक्त सीख स्वदायित्व, सामाजिक कौशल, जीवन कौशल के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे 21 सदी के कौशलों के विकास की आवश्यकता को स्पष्ट किया गया ।
- हिंदी ओलंपियाड में विद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर 5 स्वर्ण पदक 5 रजत पदक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त किया ।
- जवाहर नवोदय विद्यालय वलसाड की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए स्पष्ट किया कि कक्षा 10 में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2022-23 में परीक्षा परिणाम 100 फीसदी रहे।
जवाहर नवोदय विद्यालय अंभेटी वलसाड
नई शिक्षा नीति-2020 की तीसरी वर्षगाँठ के अवसर पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
नई शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय के प्राचार्य श्री गजेन्द्र कुमार घोगरे ने पत्रकारों एवं उपस्थित शिक्षकों एवं अधिकारियों के प्रश्नों के भी सकारात्मक उत्तर दिए । भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन संचालित पूर्ण रूप से आवासीय एवं सहशिक्षा प्रदान करने वाले जवाहर नवोदय विद्यालयों में नई शिक्षा के अनुसार चल रहे अध्यापन अधिगम पाठ्य सहगामी कियाओ खेलकूद, कला, साहित्य और संस्कृति संबंधी गतिविधियों से प्राचार्य ने अवगत कराया। प्राचार्य द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत सुझाए गए 5 3 34 के फॉर्मूले पर प्रकाश डालकर वर्तमान शिक्षा द्वारा छात्रों में संप्रेषण कौशल, नेतृत्व क्षमता अंक गणीतीय-योग्यता, भाषाई-कौशल गंभीर सीख अनुभवयुक्त सीख स्वदायित्व, सामाजिक कौशल, जीवन कौशल के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे 21 सदी के कौशलों के विकास की आवश्यकता को स्पष्ट किया गया ।
प्राचार्य गजेन्द्र कुमार घोगरे द्वारा वर्तमान शिक्षा नीति में किए गए प्रावधानों में मातृभाषा में अध्यापन, भारत की विविधता के महत्व सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने जैसे पहलुओं की भी चर्चा की। प्राचार्य ने जवाहर नवोदय विद्यालय वलसाड की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए स्पष्ट किया कि कक्षा 10 में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2022-23 में परीक्षा परिणाम 100 फीसदी रहे।
सी बी एस ई गणित आर्यभट्ट परीक्षा में विद्यालय के 3 छात्र प्रथम 100 छात्रों में अपना स्थान बनाने में सफल रहे। हिंदी ओलंपियाड में विद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर 5 स्वर्ण पदक 5 रजत पदक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त किया । विद्यालय के उत्कृष्ट प्रदर्शन देखते हुए विद्यालय का चयन पीएमश्री योजना में भी किया गया है। प्रेसवार्ता के अंत प्राचार्य द्वारा पत्रकारो
और विशेष रूप से उपस्थि समस्त ओएनजीसी के सेवानिवृत अधिकारी सी. एन. पटेल के साथ-साथ
शिक्षकों और अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया था ।